Monday, May 18, 2009
All the best
Sunday, May 17, 2009
Countdown for Examination Begins...
Suggestions for IIMC preparations
Saturday, May 16, 2009
' थोड़ा सा गाइड ' कर दूं
कुछ साल बीत चुके हैं.
IIMC(New Delhi) से पास आउट हुए लेकिन यादें अभी भी बाकी हैं और ये यादें आज भी चेहरे पर मुस्कान ला देती हैं। उस समय हम सबको अखबारों और न्यूज चैनलें के पदों में विभाजित नहीं किया गया था। हम असिस्टेंट प्रोड्यूसर,प्रोड्यूसर, ईपी या एंकर नहीं थे सिर्फ छात्र थे...आईआईएमसी के छात्र। आज एक परिचित का फोन आया जिनके छोटे भाई आईआईएमसी की प्रवेश परीक्षा देने वाले हैं। वो चाहते थे कि मैं उनके भाई को ' थोड़ा सा गाइड ' कर दूं और बताऊं कि आईआईएमसी में प्रवेश के लिए किस तरह का परीक्षा होती है। तो जनाब उन्हे तो मैने बता दिया लेकिन और भी बहुत से लोग हैं जो ये परीक्षा दे रहे हैं। मेरी कोशिश है कि मैं उन्हे भी ' थोड़ा सा गाइड ' कर सकूं। वजह सिर्फ इतनी है कि जब मैने ये परीक्षा दी थी तब मुझे भी किसी ने ' थोड़ा सा गाइड ' किया था। उम्मीद करता हूं कि गाइड करने का ये सिलसिला यूं ही चलता रहेगा।जब मैंने ये परीक्षा दी थी तब इसका स्वरूप आज से थोड़ा बदला हुआ था। मैंने खुद
' रेडियो एवं टेलीविजन पत्रकारिता ' की परीक्षा दी थी लेकिन दूसरे कोर्स यानि हिंदी पत्रकारिता और अंग्रेजी पत्रकारिता की प्रवेस परीक्षा का स्वरूप भी कमोबेश एक सा ही है। तो पहले बात ' रेडियो एवं टेलीविजन पत्रकारिता ' की।'
रेडियो एवं टेलीविजन पत्रकारिता ' की प्रवेश परीक्षा में दो पेपर होते हैं-पहला पेपर- Objective Type (50 Marks) -
जैसा कि नाम से जाहिर है इसमें Objective Type सवाल होते हैं जिसमें उत्तर के रूप में चार ऑप्शन्स होते है और आपसे सही जवाब की दरकार होती है। आम तौर पर इसमें साल की बड़ी घटनाएं- राजनीतिक, अंतर्राष्ट्रीय घटनाएं,खेल,सिनेमा यहां तक कि देशों की राजधानी और करेंसी के बारे में भी सवाल होते हैं। हालांकि इस पेपर में सवाल ज्यादा मुश्किल नहीं होते और यहीं वजह है कि आमतौर पर बड़ी संख्या में छात्र इस पेपर में 50 में से 40 या उससे भी ज्यादा नंबर पा जाते हैं। कोशिश कीजिए कि इससे कम नंबर आप भी न पाएं वरना महोदय बहुत कठिन है डगर पनघट की। मेरा मानना है कि आईआईएमसी की प्रवेश परीक्षा की 'तैयारी' एक या दो सप्ताह दिन-रात की पढ़ाई करके नही हो सकती। इसके लिए आपको देश-विदेश कि प्रमुख घटनाओं पर नजर रखनी होगी। बहुत बड़ी घटनाओं की तारीख और दूसरी डीटेल्स के नोट्स बनाए जा सकते हैं।दूसरा पेपर-
Essay Type ( 35 Marks)- ये होता है वो पेपर जो आपको पहले पेपर में 40 या उससे ऊपर नंबर लाने वाले छात्रों से अलग करता है। देश के प्रमुख मुद्दों पर आपके विचार क्या हैं? और उन विचारों को आप कैसे व्यक्त करते हैं, इस पेपर के माद्यम से यही परखा जाता है। पिछले पेपर की तरह इसमें तुक्के की कोई गुंजाइश नहीं। आमतौर पर राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे मसलन इस साल ओबामा की सरकार या फिर इस बार के लोक सभा चुनाव में ' पप्पू कैम्पेन ' या मिली-जुली सरकार के बारे में आपके विचार। इसके अलावा भारत की तरफ से ऑस्कर में भेजी गई फिल्म या फिर स्लमडॉग मिलियनेर के बारे में भी एक बड़ा सवाल आ सकता है। तो कुछ बड़ी घटनाएं तो ऐसी है जिनके बारे में आप 'तैयारी' कर सकते हैं लेकिन इनके अलावा भी अगर कुछ आए तो कोशिश करें कि संतुलित लिखें। आपके लेख में विचार साफ तौर पर व्यक्त हों और हैं कोशिश करें निष्पक्ष लिखने की। सबसे बड़ी बात- साफ साफ लिखें।तीसरा- इंटरव्यू और ग्रुप डिस्कशन(
15 Marks)- अगर पहले दो पेपर अच्छे हुए हैं तो इंटरव्यू और ग्रुप डिस्कशन में आपका चांस निश्चित रूप से बढ़ जाता है। इंटरव्यू में तकरीबन हर किसी से पूछा जाता है कि आप पत्रकार क्यों बनना चाहते हैं। तो सोच समझ कर उत्तर दें और हां ज्यादा लप्फाजी और साहित्यिक उत्तर देने से बचें। जो आपका इंटरव्यू ले रहे हैं वो कई वर्षों से पत्रकारिता में हैं और इसकी रग-रग से वाकिफ हैं...इसलिए ईमानदारी से जवाब दें।ग्रुप डिस्कशन में एक टॉपिक दिया जाएगा और फिर आपको कुछ समय दिया जाएगा। ये देखा जाएगा कि आप विचारों को कैसे सफाई से व्यक्त करते हैं और किस हद तक अपने तर्कों से दूसरों को कन्विंस करते हैं। अगर किसी दूसरे की बात से सहमत हैं तो बेकार में उससे बहस करने की कोशिश न करें, हां चुप न रहें, अपनी बात सामने जरूर रखें।
तो मुख्य रूप से यही कुछ बातें हैं जो आपको ध्यान रखनी हैं। हो सकता है कि अंकों का ब्रेकअप या पेपर में थोड़ा-बहुत बदलाव आया हो लेकिन सवाल कमोबेश इसी पैटर्न पर आते रहे हैं। तकरीबन दो सौ सीटों के लिए हजारों लोग परीक्षा देते हैं इसलिए आसान तो बिलकुल नहीं है। लेकिन आईआईएमसी एक सुखद अनुभव होगा और आपको आगे के लिए अच्छी तरह तैयार करेगा ऐसा मेरा मानना है। मेरी शुभकामनाएं आप सबके साथ हैं। लेकिन इतना ही कहूंगा कि जो भी हो आगे किसी न किसी को
' थोड़ा सा गाइड ' जरूर करते रहिएगा। ये सिलसिला रुकना नहीं चाहिए।
यासिर उस्मान, स्टार न्यूज
Friday, May 15, 2009
SOME IMPORTANT TOPICS
दोस्तों,
जाहिर तौर पर अब आपके पास वक्त कम है और मुझे यकीन है कि आप लोगों ने अपनी तरफ से मुकम्मल तैयारी कर ली होगी। फिर भी इम्तिहान देने जाते-जाते आप इन चीजों की एक बार रिवाइज कर लें। इसे गेस क्वेश्चन ना समझें।
SOME TOPICS
01. RTI (Right to Information)
02. RTE (Right to Education)
03. NREGA
04. Negative Voting
05. Regionalism & Separatism (regarding raj thackrey issue)
06. NANO (Singur, Pantnagar, Sanand)
07. Global Warming
08. Terrorism
09. Naxalism (Salwa Judum)
10. OBC Reservation
11. Women Reservation
12. Women Empowerment
13. SEZ
14. Development v/s Displacement
15. Election Result of Rajasthan, MP, Chattisgarh, J&K, Manipur
16. Chandrayan
17. RISAT
18. BDR Revolt (Bangladesh)
19. Taliban Issue in Pakistan
20. Srilanka-LTTE
21. Nepal- Maoist v/s Army
22. Indo-China Relation
23. Indo-US Nuclear Deal
24. Recession, Slowdown
25. H1B Visa Policy (Obama's anti outsourcing policy)
26. Obama's 100 days
27. Obama's Foreign Policy
28. Obama's Economic Policy
29. AF-PAK Policy
30. Our Neighbor Countries situation
31. South Asian Countries situation
32. G-20 Summit, Protectionism
33. BLOG
34. FM Radio
35. Community Radio
36. FDI & FII
37. Slumdog Millionaire
38. Olympics 2008 (India' Achievements)
39. TRP & TAM
40. IPL, Cricket v/s Commercialization
41. NBA
42. UAPA
43. MAC
44. 6th Pay Commission
45. Pakistan's Internal Situation
46. Globalization
47. Privatization
48. Liberalization
49. Film Review
50. Book Review
51. Advt. Review
52. TV Show/Talk Show Review
53. Ideal Newspaper
54. Ideal News Channel
55. Best Anchor
56. Best RJ/VJ
57. Interim Budget 2009-10
58. UPA Govt/ Manmohan Singh's achievements
59. Exit Poll/Opinion Poll
60. 26/11 Mumbai Attack
61. Indo-Pak Relation post 26/11
संदीप कुमार, आजतक
(हिन्दी पत्रकारिता, 2005-06 बैच)
Wednesday, May 13, 2009
रास्ता आसान है और पास भी...
पिछले कई दिनों से कई नए छात्र मुझे मेल कर रहे हैं और पूछ रहे हैं कि आईआईएमसी की परीक्षा में क्या पूछा जाएगा या फिर अंतिम समय में क्या तैयारी की जाए. मैं सोचने लगता हूं काश उन दिनों में ये प्लेटफॉर्म होता तो कितना अच्छा होता. खैर, ये सब बातें तो बाद में भी होती रहेंगी. आईआईएमसी में प्रवेश परीक्षा और फिर उसके बाद इंटरव्यू. समय कम है और अब तो शायद एक हफ्ते से भी कम समय रह गया है.
देखिए, ये मान के लिए कि समय पास आते-आते ज्यादा चीजों के पीछे भगाने का कोई फायदा नहीं है. क्योंकि आप जितने नए चीजों को जानेंगे उतना अपने आप को कन्फ्जूज्ड पाएंगे. रोज नई घटनाएं हो रही हैं और रोज एक नया विषय हेडलाइन बन जाता है. आखिर आप किस-किस विषय को पढ़ेंगे.
मुझे याद है कि जब भी आईआईएमसी में हिंदी पत्रकारिता के प्रमुख आनंद प्रधान से कोई स्टुडेंट पूछता था कि सर नए चैनल में एक नए स्टुडेंट्स से क्या सवाल पूछे जाएंगे तो उनके चेहरे में गुस्सा साफ देखा जा सकता था. दरअसल, वो हमेशा हमें बताते थे कि भई आप किसी आईआईटी या एमबीबीएस के एग्जाम के लिए तो नहीं जा रहे हो. जहां तुमसे गणित या विज्ञान का कोई अजीब सा फॉर्मूला पूछा जाएगा. आप अगर पत्रकारिता के छात्र हैं तो आपसे उससे जुड़ी चीज ही पूछी जाएगी. ठीक उसी तरह मैं भी यही बात हर उस परीक्षार्थी को समझाता हूं जो मुझसे पूछता है कि क्या पढ़ा जाए और क्या नहीं पढ़ा जाए.
कुछ जरूरी बातें
• पिछले छह महीनों में घटित हुई 20 बड़ी खबरों की लिस्ट बनाइए. राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल और मनोरंजन जगत.
• लिस्ट के सभी मुद्दों पर तीन से चार अलग-अलग तर्क-वितर्क पर लिखे लेख को ध्यान से पढ़िए और समझिए.
• पिछले 5-6 महीनों में अंतरराष्ट्रीय जगत की 10 बड़ी खबरों के साथ भी ऊपर लिखे तरीके से तैयारी करें.
• पिछले चार-पांच महीनों की पत्रिकाएं देखिए. खासकर इंडिया टुडे और फ्रॉंटलाइन. उनके कवर स्टोरी को पूरा पढ़ जाइए. पिछले कुछ सालों से आईआईएमसी में विवेचनात्मक प्रश्न भी पूछे जा रहे हैं. इससे इस तरह के सवालों के जवाब में मदद मिलेगी.
• पिछले एक साल से छाए रहे बड़ी हस्तियों की लिस्ट बनाइए और उनके प्रोफाइल को जानिए. ये भी पढ़िए कि वो क्यों खबरों में बने रहे. इसमें भी राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल और फिल्म जगत और अंतरराष्ट्रीय जगत की हस्तियों को शामिल कीजिए.
एक परेशानी का हल तो हो गया. अब दूसरा बड़ा सवाल कि कैसे लिखा जाए. तो जनाब आप किसी भी पत्रकार से पूछ लीजिए, सभी के मुंह से एक ही जवाब मिलेगा, हमेशा आम बोल-चाल की भाषा में लिखो. पर मुझे आज भी एक सवाल सताता है कि एक नए विद्यार्थी को आप आम बोल-चाल की भाषा में लिखने बोलेंगे तो क्या सच वो में आम भाषा में लिख लेगा. परीक्षा में आम बोल-चाल की भाषा से मतलब है कि आपकी लिखने की शैली कैसी भी हो पर आप उन शब्दों का इस्तेमाल बिल्कुल न करें जो आप सामान्य बातचीत में अपने घर और दोस्तों के साथ नहीं करते. मसलन, अपितु, यद्यपि, इत्यादि, तथापि, किंतु, परंतु जैसे शब्दों का इस्तेमाल न करना सेहतमंद होगा. याद रखें कि आप महाभारत या रामायण की स्क्रिप्ट नहीं लिखने जा रहे हैं और ना ही आप गोलमाल के अमोल पालेकर की भूमिका निभाने जा रहे हैं जो विशुद्ध हिंदी बोलकर अपने बॉस को इम्प्रेस कर लेता है. अगर आपने ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया तो कॉपी जांचने वाला आपकी कॉपी बीच में छोड़कर दूसरी कॉपी पर जा सकता है.
परीक्षा से ठीक पहले के लिए एक सलाह
जब आप परीक्षा हॉल के बाहर खड़े होंगे तो आप कुछ चीज जरूर नोटिस करेंगे जैसे कि कुछ लोग आपको कुर्ता और झोले के साथ दिखेंगे. कुछ आपको कोट-टाई में भी नजर आएंगे. कई के हाथों में पत्रकारिता की मोटी-मोटी किताबें होंगी या फिर कोई आपको बात करता दिखेगा कि उसने किस-किस बड़े पत्रकार की आईआईएमसी की प्रवेश परीक्षा का सेमिनार अटेंड किया है. मेरी एक बात मानिए, ये सब कोरे दिखावा के अलावा कुछ नहीं होता. आपने जो तैयारी की है और आप जिस शैली में लिखेंगे, उससे महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है. खादी के कपड़े पहनने या मोटी किताब या फिर सेमिनार अटेंड करने से ना आज तक कोई पत्रकार बना है और ना कभी बन पाएगा.
एक और बात. परीक्षा देने वालों में 90 प्रतिशत लोग बिना किसी तैयारी के बस परीक्षा का फॉर्मेट देखने के लिए आते हैं इसलिए आपका असली मुकाबला सिर्फ 10 फीसदी लोगों से होगा. इसलिए ईमानदारी से तैयारी कीजिए और परीक्षा दीजिए. और इसलिए मैं कह रहा हूं कि रास्ता आसान है और पास भी. एक छोटा सा संदेश आप सभी के लिए.
खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले, खुदा बंदे से ये पूछे कि बता तेरी रजा क्या है.
प्रदीप सूरीन
Tuesday, May 12, 2009
आईआईएमसी आपके इंतजार में है...
सबसे पहले एक बात जान लीजिए कि आईआईएमसी की प्रवेश परीक्षा कुछ उस तरह का इम्तिहान नहीं जिसका कोई तयशुदा फॉर्मेट या सिलेबस होता हो। किसी गाइड बुक या गेस पेपर के मार्फत आईआईएमसी में एंट्री मार लेने जैसा कोई फॉर्मूला भी काम नहीं आ सकता। बस यूं समझ लें कि आईआईएमसी एंट्रेस पेपर का कोई ओर-छोर नहीं। कहीं से भी कुछ भी पूछा जा सकता है। लेकिन अब ऐसा भी नहीं है कि आईआईएमसी कोई दूर की कौड़ी है। बस जरूरत है कि आप अप-टू-डेट रहें। खबरों की दुनिया से बेखबर ना रहें।
पिछले कुछ सालों के आईआईएमसी के पेपर्स के आधार पर सवालों को कुछ भागों में बांटा जा सकता है और फिर उस आधार पर तैयारी को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
करेंट अफेयर्स एंट्रेंस पेपर का सबसे अहम हिस्सा होता है और पेपर में सबसे ज्यादा जोर इसी पर होता है। इसलिए हाल-फिलहाल में घटी घटनाओं, दुनिया-जहान की चर्चित शख्सियतों और खबरों के बारे में जानना बेहद जरूरी होता है। ऐसे भी सवाल हो सकते हैं कि आखिर कोई खास शख्स (नूरा अल फैज) या जगह (किलिनोच्ची) या टर्म (CoBRA) खबरों में क्यों थे? देश-विदेश की राजनीतिक-आर्थिक-कूटनीतिक स्थिति पर भी जोर हो सकता है। भारत के दूसरे देशों के साथ संबंध, दक्षिण एशिया के हालात और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी फोकस किया जा सकता है। इस लिहाज से पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश की आंतरिक स्थिति, 26/11 के बाद भारत-पाक संबंध, भारत-अमेरिका परमाणु करार, ओबामा की विदेश नीति, जी-20 सम्मेलन जैसे मुद्दे काफी अहम हो जाते हैं।
पेपर के मार्फत से आपकी क्रिएटिविटी और लिखने के अंदाज को भी देखा जाता है। इस लिहाज से आपके अनुभवों और विचारों को जानने की कोशिश की जाती है। मसलन- आपके एक दिन का रुटीन, परीक्षा-हॉल में आपका हाल, आगजनी-बाढ़ की आंखों देखी, हाल में देखी किसी फिल्म या पढ़ी किताब की समीक्षा आदि के बारे में भी लिखने को कहा जा सकता है। आपके पसंदीदा अखबार, न्यूज चैनल, एंकर, चैट शो, टीवी सीरियल, एडवरटाइजमेंट के बारे में भी पूछा जा सकता है। आप पत्रकारिता में क्यों आना चाहते हैं जैसे सवाल भी आपका पीछा कर सकते हैं। चूंकि इस सेक्शन के सवालों में आपकी निजी राय मांगी जाती है इसलिए जरूरी है कि इस फ्रंट में आप खुलकर और तर्क के साथ लिखें।
चूंकि आप आईआईएमसी के मार्फत मीडिया इंडस्ट्री में आना चाहते हैं इसलिए जरूरी है कि मीडिया ट्रेन्ड्स और कल्चर को भी समझें। यही वजह है कि एंट्रेस पेपर में मीडिया से जुड़े सवाल भी खूब दागे जाते हैं। स्टिंग ऑपरेशन के औचित्य से लेकर आरुषि मर्डर केस और 26/11 के दौरान मीडिया की कार्यप्रणाली तक पर सवाल हो सकते हैं। आलोचनात्मक किस्म के सवाल भी हो सकते हैं जैसे कि क्या न्यूज चैनलों पर लगाम लगाने (रेगुलेशन) की जरूरत है या फिर न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन के माध्यम से क्या चैनलों का स्व-नियमन हो रहा है? इस तरह के सवालों के दोनों पक्ष होते हैं और आपसे एक संतुलित जवाब की उम्मीद की जाती है इसलिए बेहद जरूरी है कि तर्क और उदाहरण के साथ पेश आएं।
पिछले साल के एंट्रेस पेपर में देखा देखा गया है कि ट्रांस्लेशन (हिन्दी पत्रकारिता के लिए अनुवाद) और समराइजेशन (अंग्रेजी पत्रकारिता के लिए संक्षेपण) पर भी जोर है। इसलिए इसकी प्रैक्टिस भी जरूरी है।
अब एंट्रेस पेपर में बहुत ज्यादा दिन बाकी नहीं है। उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। एक वाक्य में कहें तो जितना पढ़ें उससे कहीं ज्यादा लिखने की प्रैक्टिस करें। तय समय के अंदर एक निश्चित शब्द-सीमा में काफी सारे सवालों के जवाब लिखने होते हैं इसलिए टाइम मैनेजमेंट बहुत बड़ा फैक्टर है। भाषा पर ध्यान देना भी बेहद जरूरी है। किसी भी विषय के दोनों पहलुओं के बारे में जानें ताकि एक बायस्ड व्यू की जगह बैलेन्स्ड एप्रोच दिखे। सवालों में आपकी राय भी मांगी जा सकती है या फिर किसी मुद्दे (मसलन- भारत-अमेरिका परमाणु करार) के सकारात्मक-नकारात्मक पहलुओं के बारे में भी बताने को कहा जा सकता है। हर तरह के टेढ़े-मेढ़े सवालों के लिए तैयार रहें। डरें नहीं बेहिचक लिखें...आईआईएमसी तो आपका इंतजार कर रहा है।
बहुत-बहुत शुभकामनाएं!!!
Monday, May 11, 2009
Raasta aasaan hai aur paas bhi…
Saturday, May 9, 2009
No short-cuts...
You just have 10 days to go, no one can tell you any trick that can help you to bell the cat (crack the entrance). At the same time, if you are confident and determined no one can stop you.
Remember the people who will be checking your answer copies are not fools, they are the experienced lot so don't think of fooling them. To be on a safer side first understand what the question demands, and then start writing your answer. Also make sure that when you say something in your answer, support it with an example.
Write in a simple language, don't bring the noise of your vocabulary. Big words may complicate your answer and complicate stuffs.
Short questions are the scoring ones, try and prepare some personalities before hand with updated information. For example: Varun Gandhi, Richard Holbrooke, Arvind Adiga..... So that you don't waste your time in the examination and can score marks by wasting least time.
There are some question which we know can/may come so try and prepare some major points. We tend to forget few things during the exam time and later regret...had we written that...ooo i knew that...shit i missed it, answers were lenghy... Remember like there are no short cuts..there are no excuses because you have to prove yourself in the exam.
Read current affairs by Vishal production, its a nice book but a very lengthy one.
Know few things but know them in-out. Its better not to know an issue than knowing it half baked.
Try and write correct english, as most of us tend to make mistakes while writing (as its spontaneous).
If you take one side in your answer conclude it by giving the counter point (eg: however this is also true) For example: India is soft on terror, but India despite its soft approach has managed to raise voice on the global platform.Write a complete answer with all possible angles.
Some people have the tendency of over questioning in the answer, if you do so remember to answer them. However you can conclude an answer with a question.
Read, Read n read as much as you can, its just 10 days to go for the exam. So ALL THE BEST FROM the alumuni association. We hope the blog was helpful, and can guide you through.
Business Standard
Be the Jack of all trade and master of one !
I don't think there is a guide or tutorial for how to crack the mass com exam, but of course, having a nose for whatever is happening around always helps.
First, ask yourself have you enjoyed reading news papers or magazines or have you discussed any art film in context of the changing socio-political scenario of the land? If the answer is positive, then you are in, otherwise it is hard to crack.
Some year ago, i answered a lot of questions asked on orkut's IIMC community and the summary was to have curiosity, no hesitation while asking and being a great listener. It is something where students from Bihar and UP win as they are used to prepare for various examination rights from class 10th onwards. It does not mean that others do not crack it.
I think that whoever has the habit of reading two newspapers daily with magazines and watches TV debates, it is easy to crack.
Second, don't have the reluctance or feeling of hate toward politics as there are many questions related to that even if it is from economics or business.
The keyword is; if you have interest in NDA-UPA game, and you know Zardari and Obama, you have a chance. But don't forget Prachanda as well, no matter he controlled a tiny country called Nepal! There might be the ghost of Prabhakaran roaming around in the examination hall and lack of knowledge about the collapse of Satyam may collapse your entry.
So, you have to be jack of all and master of one. There is no written rule in the constitution of India as to which question will be asked in mass com exam. You should know about the IPL and the Slum dog as well. Yeah, you should not be PhD in that because these types of people make their life disastrous in this profession later.
As far as interview is concerned, it is all about 5 minute magic.
Be smart and prompt. Last but not least, give me the answer of one question; Why Tripuri(Madhya Pradesh) is famous for….? I give you the hint. It is related to Gandhiji. If you have the answer, you are able to sit in the hall!
Thursday, May 7, 2009
Contribute for IIMC Entrance Counselling Blog...
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Thanks.
IIMC Alumni Association.
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