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Saturday, June 22, 2013

जवाब में मुस्कुराहट मिला दें, सहज रहें

हिन्दी पत्रकारिता विभाग, 2005-06 बैच के छात्र किशोर कौशल भारतीय पुलिस सेवा में झारखंड कैडर के अधिकारी हैं. आईआईएमसी से कैंपस प्लेसमेंट से समाचार एजेंसी वार्ता पहुंचे किशोर आईपीएस अधिकारी चुने जाने से पहले डैनिक्स अधिकारी भी रह चुके हैं.
साक्षात्कार के माध्यम से व्यक्ति को परखने का प्रयास किया जाता है कि कोई व्यक्ति किसी कार्य विशेष के लिए योग्य है या नही. इसलिए यह जानना जरूरी है कि हम जिस संस्थान में साक्षात्कार के लिए जा रहे हैं , उसकी हमसे क्या अपेक्षा है. भारतीय जनसंचार संस्थान पत्रकारिता और जनसंचार को समर्पित देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में से एक है और यहां अपेक्षा की जाती है कि हमारी अभिरुचि और क्षमता एक सक्षम पत्रकार बनने की हो. इसके लिए सबसे पहले यह आवश्यक है कि समसामयिकी पर पैनी नजर रखी जाये और विगत महीनों में जो महत्वपूर्ण राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक मुद्दे सुर्ख़ियों में रहे हैं, उनके बारे में न केवल तथ्यात्मक जानकारी पर पकड़ बनायी जाये बल्कि विवादस्पद विषयों पर अपने दृष्टिकोण को तार्किक रूप से सुसंगत बनाया जाये.

कुछ विषय ऐसे हैं जिनके बारे में घटनाक्रम के साथ-साथ उसकी पृष्ठभूमि जानना आवश्यक है. उदहारण के तौर पर अंतरराष्ट्रीय संबंध, नक्सलवाद, कश्मीर समस्या, उत्तर-पूर्व में उग्रवाद आदि. इसके अतिरिक्त कुछ बिंदु ऐसे हैं जो किसी भी साक्षात्कार के लिये सामान रूप से महत्वपूर्ण हैं. पर्सनल प्रोफाइल (नाम, अपने राज्य, शैक्षणिक पृष्ठभूमि, अभिरुचि आदि ) पर गहराई से विचार करें और खुद या मित्रों के समूह में चर्चा के द्वारा अधिकतम प्रश्न तैयार कर उनका उपयुक्त उत्तर ढूंढने का प्रयास करें. खासकर अपनी शैक्षणिक पृष्ठभूमि और पत्रकारिता में उसकी प्रासंगिकता के बारे में अपनी राय स्पष्ट करें. अपने राज्य की समस्याओं, उपलब्धियों और राजनितिक माहौल के बारे में यथासंभव जानकारी इकठ्ठा कर लें.

साक्षात्कार के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें. कुर्सी पर कमर सीधी कर बैठें, प्रश्न शांत भाव से सुनें और प्रश्न समाप्त होने के बाद स्थिरता से उसका जवाब दें. साक्षात्कार के दौरान साक्षात्कारकर्ता से नजरें मिलाकर बात करें और किसी सवाल का जवाब न आने पर विनम्रता के साथ यह स्वीकार करें कि जवाब आपको पता नही है. यह कहते समय शर्मिंदा होने की जरुरत नही है. क्योंकि कोई भी व्यक्ति सब कुछ जानने का दावा नही कर सकता है. जहां तक संभव हो साक्षात्कार के दौरान हल्की मुस्कराहट बनाएं रखें. विषम प्रश्न पूछे जाने पर भी सहजता बनाए रखें.

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