नेहा केशरी हिन्दी पत्रकारिता विभाग के 2008-09 बैच की छात्रा रही हैं. इस समय TV9 में संवाददाता के तौर पर दिल्ली में कार्यरत हैं. नेहा आईआईएमसी एलुम्नाई एसोसिएशन की केंद्रीय समिति सदस्य हैं. |
मेरी समझ में भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) में दाखिले के लिए लिखना और पढना दोनों ही बहुत जरूरी है. और ऐसा भी नहीं है कि आपको परीक्षा के नजदीक आते ही जम कर पढाई करनी होगी. रोजाना अखबार पढ़ना और अपनी बात को सही तरीके से अभिव्यक्त करना ही आपके लिए IIMC के रास्ते खोल सकता है.
जितने भी सम-सामयिक विषय हैं, उनकी जानकारी जरूर होनी चाहिए. जानकारी ही काफी नहीं है, उसे आप किस तरह लिखते हैं, यह भी महत्वपूर्ण है. ये बात हुई लिखित परीक्षा की.
लिखित पास करने से आप एक सीढ़ी ऊपर जरूर जाते हैं पर इंटरव्यू को हल्के में लेना खतरनाक साबित हो सकता है. होता ये है कि इंटरव्यू में एक सीट के लिए तीन लोग बुलाए जाते हैं. तो मान लीजिए कि 70 सीट के लिए 210 लोग बुलाए गए हों तो इसमें सबसे ज्यादा नंबर लाने वाले और सबसे कम नंबर लाने वाले के बीच फासला कोई 15-20 का नहीं होता है. टॉप पर अगर एक है तो ठीक उससे कम वाला नंबर 5 लोगों को और उसके नीचे का नंबर 20 लोगों को आया होता है. इसलिए 15 नंबर का इंटरव्यू आपको बढ़त बनाए रखने में मदद भी कर सकता है या आपकी बढ़त को खा भी सकता है.
इंटरव्यू में देश, दुनिया, साहित्य, समाज, आपके शहर, राज्य, गांव से जुड़े कई और किसी भी तरह के सवाल पूछे जा सकते हैं. आपसे आपकी अभिरुचि पूछी जाएगी, जिसका जवाब सच्चाई से दीजिए क्योंकि आगे के सवाल इसी से जुड़े होंगे. और यकीन मानिये ये सवाल बहुत आसान नहीं होंगे लेकिन अगर आप आंख-कान खुले रखते हैं तो ये सवाल बहुत परेशान भी नहीं करेंगे.
मुझे ऐसा लगता है की IIMC की परीक्षा के लिए बहुत ज्यादा किताबें अब इस समय पढ़ने से कुछ नहीं होगा. आपको खबरों की दुनिया में रहना है और सभी मुद्दों से वाकिफ रहना है. लिखित में और इंटरव्यू में भी.
आप सबको अग्रिम शुभकामनायें
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