आप यहां ब्यूटी कांटेस्ट का हिस्सा बनने नहीं आये हैं
शुरू के दिनों में ही संघर्ष करना ज्यादा अच्छा रहेगा और उस संघर्ष से आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा
भीड़ से हट कर सोचिए, भीड़ आपके पीछे होगी
सीनियर हूं, थोडी अड़ियल और थोड़ा अनुभव भी है, इसलिए थोड़ा ज्ञान दे दिया.
अब हो जाए थोड़े काम की बात
- बातों को घूमा फिरा कर कहने की बजाए टू द प्वाइंट लिखने की आदत डालिए.
- शब्द सीधे और सरल हों तो बेहतर है. साहित्यिक भाषा से थोड़ा बचिए. अखबार को अपना दोस्त बनाइए.
- किसी भी विचार को अपने शब्दों में लिखिए. कोशिश करिए कि किसी मुद्दे पर विचार आपके हों, किसी लेखक के नहीं, वह भी तर्क के साथ.
- मुद्दा कोई हो, उसकी तह तक जाइए. बहुत सी बातें खुद ब खुद पता चलने लगेंगी.
- समय सिर्फ ढाई घंटे का होगा इसलिए स्कोर भी करना पड़ेगा. एक सवाल पर अटकने की बजाए बाकी प्रश्नों को निपटाएं.
- तैयारी के दौरान ऐसे लोग भी मिलेंगे जो आपके साथ तैयारी में लगे होंगे और अपनी बुद्घि का दिखावा करेंगे कि उन्हें सब पता है कि किस चैनल का हेड कौन है, कौन अखबार किस ग्रुप का है आदि. उनसे घबराइए नहीं कि उन्हें सब आता है. इत्मीनान रखिए कि पत्रकारिता संसार का अनुभव उन्हें भी नहीं पता.
तो बस यही सब है. अंत में सिर्फ इतना कहूंगी, यही परीक्षा अंतिम नहीं है, दुनिया यहीं आकर खत्म नहीं होती.
शुभकामनाएं
सौम्या झा
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