अकरम शकील आरटीवी 2012-13 बैच के छात्र हैं. इस समय इंडिया न्यूज़ की ऑनलाइन टीम में सब-एडिटर हैं. |
पिछले चार-पांच महीनों के उन
राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय मुद्दों की सूची बना लें जो सुर्खियों में रहे हैं. हर
बड़ी खबर पर आपके पास इतनी जानकारी और उसके अलग-अलग पहलुओं पर तरह-तरह के विचार होने
चाहिए कि आप किसी भी मुद्दे पर 200 से 500 शब्द की टिप्पणी कर सकें. याद करना काम
नहीं आता. बेहतर ये है कि आप किसी दोस्त
से उन मुद्दों पर बातचीत कर लें. बातचीत से फायदा यह होता है कि चीजें दिमाग में
आसानी से बैठ जाती हैं.
दूसरी महत्तवपूर्ण बात है, भाषा की शुद्धता. भाषा और शब्दों का चयन लेख की आत्मा होती
है. परीक्षक पर इसका सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह का प्रभाव पड़ता है. ध्यान
रखिए परीक्षा में अगर आप लाख टके की बात लिख रहे हैं लेकिन आपकी भाषा में मात्रा
की गलती हैं तो फिर यह आपका खेल बिगाड़ सकती है.
तीसरी बात है परीक्षा के दौरान समय
प्रबंधन. अक्सर होता है कि छात्र पहले ही सवाल को करने में अधिक समय लगा देते हैं
जिसके कारण बाकी सवालों के लिए समय कम पड़ जाता है. किसी भी सवाल का जवाब
सीधा-सीधा जवाब लिखें और जितने शब्दों में कहा गया है उसके बिल्कुल आस-पास ही
लिखें. सीधे मुद्दे की बात करें. विश्लेषण या विचार वहीं डालें जहां पूछा गया हो. बिना
किसी दबाव के परीक्षा में जाएं और हॉल में अपना काम ईमानदारी से करें.
आखिर में आईआईएमसी के शिक्षक प्रो.
आनंद प्रधान की एक बात दोहराना चाहता हूं- सपने संस्थान से बड़े होते हैं.
आईआईएमसी
परिवार में आपका स्वागत है.
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