पहला चरण- लिखित परीक्षा (रिटेन राउंड)
अक्सर छात्रों के दिमाग में प्रवेश
परीक्षा एक बहुत ही कठिन पड़ाव होता है. जो अक्सर उन्हें पहाड़ जैसा प्रतीत होता है.
दिमाग में हमेशा ये सवाल तैरते रहते हैं कि “किस प्रकार के सवाल होंगे?” ... “क्या ये
एक बड़ी प्रतिस्पर्धा है?” और सबसे
महत्वपूर्ण सवाल “तैयारी किस प्रकार की जाये?”
बहरहाल सबसे पहली बात ये ध्यान में
रखें कि आई.आई.एम.सी. प्रवेश परीक्षा कोई बड़ा हौआ नहीं है. और ना ही इस से इतना
भयभीत होने की कोई ज़रुरत है. सभी प्रश्न काफी साधारण से ही होते हैं. अक्सर छात्र
तैयारी केवल राजनीतिक गतिविधियों को ध्यान में रख कर करते हैं. आपके हित के लिए
सबसे पहली सलाह ये रहेगी कि आप न केवल राजनीतिक गतिविधियों पर ध्यान रखें, बल्कि साथ ही साथ खेल-कूद, मनोरंजन, वैश्विक गतिविधि इत्यादि की भी एक
अच्छी समझ रखें. कोशिश रहे कि प्रतिदिन कम से कम 2 समाचार पत्र (हिंदी और
अंग्रेजी) पढ़ेंऔर कम से कम एक साप्ताहिक पत्रिका का अनुसरण करें. इसके लिए ऐसा
नहीं है कि आप किताबें रटें या फिर कोई कोचिंग क्लासेज ज्वाइन करें.अपने विषय के
साथ- साथ दूसरें विषयों में भी उतनी ही रूचि रखें. क्योंकि हर सवाल का जवाब सीमित
शब्दों में देना होता है इसीलिए कोशिश ये ही रहे ही आप “गागर में सागर भरने का काम करें.”
दूसरा चरण- साक्षात्कार (इंटरव्यू)
साक्षात्कार से पहले अक्सर डर लगने
लगता है. और अगर पहली बार साक्षात्कार दे रहे होते हैं तो और भी ज्यादा.
साक्षात्कार अधिकतम 20-25 मिनट का ही होगा.लेकिन डरने और घबराने की ज़रा भी ज़रुरत
नहीं है. क्योंकि आप अकेले वो हैं जो कितने ही छात्रों को प्रवेश परीक्षा में पीछे
छोड़कर आये हैं. तो खुद कोई किसी से भी कम ना आंकें.
साक्षात्कार देने से पहले आपको एक
ऐसे कमरे में बैठा दिया जायेगा जहाँ आप अपने सभी प्रतिद्वंदियों को जान
सकेंगे..उनसे बातें कर सकेंगे. वहां सभी से बातें करें जाने समझें और सकारात्मक
रहें.
• साक्षात्कार में
पूछे जाने वाले प्रश्न
साक्षात्कार कर्ता 20-25 मिनट के
साक्षात्कार में आपके व्यक्तित्व को अधिक से अधिक जानने कि कोशिश करेंगे. वे आपसे
आपकी शिक्षा,पसंद- नापसंद, पसंदीदा विषय, आपका बोलचाल, आपकी भाषा पर ध्यान देंगे.
1. सकारात्मक व्यव्हार रखें और कोई
भी जवाब देने से पहले सवाल को ठीक प्रकार से सुन लें. कई बार ऐसा होता है कि आप सवाल
ठीक प्रकार से सुन नहीं पाते और कुछ और जवाब दे देते हैं. जिसका प्रभाव सीधे तौर
पर आपके व्यक्तित्व पर पड़ता है. तो जल्दबाजी करने से बचें.
2. आपसे कुछ इस प्रकार के भी सवाल
पूछे जा सकते हैं जो आपको कई बार फंसा भी सकते हैं...ऐसे में संयम से काम लें और
अपनी समझ के अनुसार जवाब दें.
3. जवाब हमेशा कम शब्दों में दें.
लेकिन कम शब्दों में सटीकता होनी ज़रूरी है.
4. जवाब देते वक्त कभी कभी शेखी न
बघारें और ना ही विषय में पांडित्य दिखाएँ.
• पीस टू कैमरा
यदि आप रेडियो एवं टेलीविज़न के लिए
साक्षात्कार दे रहे हैं तो इंटरव्यू के ठीक बाद आपको कैमरा फेस करना होगा. ऐसे में
कैमरा देख कर घबराएँ नहीं कैमरे को एक दोस्त समझ कर ही अपना पक्ष रखें ऐसा दोस्त
जो आपकी सब सुनता है लेकिन कहता कुछ नहीं है.
• साक्षात्कार के समय
क्या पहन कर जाएँ ?
आपके ज़हन में एक बार ये सवाल भी ज़रूर
आयेगा. जनसंचार संस्थान है तो पत्रकार सरीके कपडे पहन कर जाएँ या फिर कोई फॉर्मल
कपडे पहन कर जाएँ. तो ऐसा ज़रा भी न सोचें. आपका जो मन करे वो पहन कर जाएँ जिन
कपड़ों में आप कम्फर्टेबल हैं वो पहनें.
• किस भाषा में
जवाब दें?
कई बार ऐसा होता है कि ऐसी धारणाएं
बन जाती हैं किसी संस्थान या व्यक्ति को लेकर जहाँ आपको भाषा को लेकर हिचकिचाहट
होने लगती हैं. तो ऐसे में भाषा को लेकर ज़रा भी चिंतित ना हों. आप जिस भाषा
(हिंदी/ अंग्रेजी ) में अपने विचारों को ठीक प्रकार से किसी के सामने रख सकते हैं.
उस भाषा का प्रयोग करें फिर चाहे वो हिंदी हो या फिर अंग्रेजी . कोशिश करें अपने
जवाब उसी भाषा में दें जिस में आपकी विद्वता हो. क्योंकि कई बार ऐसा हो जाता है कि
दिखावा करने के कारण अक्सर प्रतिभा दब जाती है.
• याद रखने योग्य
बात
चेहरे पर एक हलकी मुस्कान हमेशा
रखें. कभी भी ऐसा न सोचें कि IIMC उन छात्रों को प्राथमिकता देती है जिनके पास अनुभव होता है. IIMC
खुद ही एक ना भुलाये जाने वाला अनुभव है. जो
किसी और संस्थान में कभी नहीं मिलेगा. आप योग्य हैं, प्रतिभावान हैं अपनी योग्यता और प्रतिभा को सभी को दिखाएं और एक अच्छे और
सुखद भविष्य का निर्माण करें.
परीक्षाओं के लिए हार्दिक
शुभकामनाएँ!!
No comments:
Post a Comment