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Tuesday, May 27, 2014

ये कोई बहुत बड़ा Quantum Physics नहीं है

नाम अंकित रॉय है. IIMC में 2012-13 के RTV Batch से हूँ. टीवी देखने का शौक़ीन हूँ. टीवी में काम करता हूँ. कैम्पस प्लेसमेंट से IBN7 में पहुंचा था. अभी भी वहीं हूँ.

जिस वक़्त मैं ये ज्ञान आपके साथ बाँट रहा हूँ आपके और Entrance Exam के बीच सिर्फ 5 दिन फासला बचा है. यानी बहुत ही कम वक़्त है आपके पास. लेकिन आपको घबराने की ज़रुरत नहीं है. जिस तरीके से आप पढ़ते आ रहे हैं, वैसे ही पढ़ते रहिये. चूँकि आप पत्रकारिता के क्षेत्र में आना चाह रहे हैं, इसलिए अखबारों से आपका वास्ता होना बेहद ज़रूरी है.

मैं रेडियो और टेलीविजन का छात्र रहा हूँ और टेलीविज़न माध्यम के लिए काम करता हूँ इसलिए आपसे कहूँगा कि टीवी से आपका रिश्ता सिर्फ खबरों, सीरियलों या फिल्मों को देखने भर का नहीं होना चाहिए. आपको टेलीविजन की सोच को समझना होगा. टीवी देखिये मगर किसी डिब्बे की तरह नहीं, उसमे हो रही हर गतिविधि पर आपको नज़र रखनी होगी. आपको समझना होगा कि जो कुछ आप देख रहे हैं उसे आखिर आप क्यूँ देख रहे हैं.

आपकी लिखित परीक्षा में आपसे बड़े Practical सवाल पूछे जाएंगे. वही सब पूछा जाएगा जो कुछ आपके आसपास हो रहा है. करेंट अफेयर्स की बात अलग है. उसे आप किसी किताब या वेबसाईट की मदद से पढ़ सकते हैं. पिछले एक साल में जो भी बड़ी घटनाएं घटी हैं, उनके बारे में जानने की कोशिश करिए. किसी भी मुद्दे के साथ कई सवाल जुड़े होते हैं. उसे जानने के लिए एक Concept हमेशा अपने ज़हन में बिठा लें.

5Ws + 1H. किसी भी चीज़ के बारे में आपका ये जानना ज़रूरी है कि वो कब, कहाँ, कैसे, क्यूँ, किसने, किसको, किस तरह हुआ और खासकर अगर कोई अंतर्राष्ट्रीय घटना है तो उसका आपसे या आपके देश से क्या लेना देना है. क्या उससे आपको कोई फर्क पड़ेगा या नहीं.

उदाहरण के लिए नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण में अगर सार्क देशों के नेता पहुँच रहे हैं तो इसका क्या मतलब है. इस घटना को कई दृष्टिकोण से देखा जा सकता है. किसी भी एक विचार को लेकर Rigid न रहें. संभावनाएं कई हो सकती हैं. लेकिन एक बात का ख़याल रखें कि किसी घटना को लेकर आपका विचार और विश्लेषण ही हमेशा काम आएगा. टीवी के माध्यम में बहुत वक़्त नहीं होता. सब कुछ जल्दी जल्दी होता रहता है. इसलिए कम से कम वक़्त में, कम शब्दों में सरलता से सारी बातें समझानी होती हैं. इसलिए अपनी बातों को To the Point रखें और सरल भाषा का प्रयोग करें.

ये कुछ इस तरह है जैसे आपका दोस्त Exam से एक घंटे पहले आकर आपसे कहे कि भाई कुछ पढ़ा दो. मुझे कुछ नहीं आता और आप उसे कम से कम समय में कोई बात समझा रहे हों. कुछ सवाल टीवी प्रोग्राम्स को लेकर पूछे जा सकते हैं. जो हाल फिलहाल में आप टीवी पर देखते आ रहे हों या फिर टीवी प्रोग्राम का कोई नया फॉर्मेट जो हाल फिलहाल मार्केट में आया हो या फिर किसी ऐसे प्रोग्राम के बारे में पूछा जा सकता है जो हिट रहा हो. इसलिए टीवी देखिये मगर Observation बहुत ज़रूरी है.

लिखित परीक्षा के बाद Interview लिया जाता है जिसके 15 नंबर हैं. 10 नंबर Interview के और 5 नंबर पीस टू कैमरा के. Interview लेने वाले हमेशा माहौल को आपके अनुकूल बनाए रखने की कोशिश करते हैं. हालाँकि उनका अधिकार है कि वो आपसे किसी भी मुद्दे पर सवाल कर सकते हैं लेकिन आम तौर पर वो आपकी दिलचस्पी के अनुसार ही सवाल पूछते हैं. मैंने पहले ही कहा है कि अपने विचार ज़रूरी हैं और इन सवालों पर आपको बस अपने विचार उनके सामने रखने हैं. उसी भाषा का प्रयोग करें जो आपको ठीक तरीके से आती हो. खासकर हिंदी पट्टी से आने वाले परीक्षार्थी Interview के वक़्त ज़बर्दस्ती गलत अंग्रेजी का प्रयोग करते हुए Phantom बनने की कोशिश न करें. अर्थ का अनर्थ होने पर आपका नुकसान ही होगा.

इसके बाद बारी PTC की होती है. Interview करने वाले आपको किसी भी विषय पर 30 सेकेंड कैमरा के सामने बोलने कह सकते हैं. पहली बार कैमरा के सामने बोलने पर डर लगता है लेकिन ज़रूरी है कि जो कुछ आप बोल रहे हैं Confidence के साथ बोलें.

Sorry, ज्ञान थोड़ा ज्यादा हो गया. लेकिन ये कोई Quantum Physics नहीं है. थोड़ी पढ़ाई, थोड़ा Observation और थोड़ी बकैती है. उम्मीद है कि आप IIMC पहुंचेंगे और अगर पहुँच गए तो गाहे-बगाहे मुलाक़ात ज़रूर होगी. आप अपना किरदार पूरी निष्ठा के साथ निभाइए. बाकी आपको सही जगह पहुंचाने की ज़िम्मेदारी दुनियावालों की है.

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