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Thursday, June 26, 2014

एक्सप्रेस पढ़ते हो, टाइम्स, जागरण या हिन्दू क्यों नहीं ?

शुभम गुप्ता | स्नातक की पढ़ाई किरोरीमल कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से. उसके बाद पत्रकारिता में रुचि के चलते भारतीय जनसंचार संस्थान में रेडियो एवं टेलीविज़न पत्रकारिता (2013-2014) विभाग से डिप्लोमा. कैंपस प्लेसमेंट से समाचार चैनल न्यूज़ एक्सप्रेस में.


लिखित परीक्षा में पास होने के लिए बधाइयाँ. आपकी मेहनत रंग लायी है.  अब साक्षात्कार की सीढ़ी पार करना आवश्यक है. साक्षात्कार की तारीखें आपको मिल चुकी होंगी और आप सभी इसमें सफल होने के लिए पूरी कोशिश कर रहे होंगे. कहीं आपने समाचार-पत्र पढ़ना बंद तो नहीं किया? करिएगा भी मत. साक्षात्कार की तैयारी करते समय कई बातों का ध्यान रखना होता है. आप को आस-पास और दुनिया के बारे में बढ़िया जानकारी होनी चाहिए.

आपके मन में सवाल होगा कि साक्षात्कार कितने समय का होता होगा? तो समय की चिंता करने की जरूरत नहीं है. वैसे साक्षात्कार 15-20 मिनट का होता है. रेडियो-टेलीविज़न विभाग के साक्षात्कार में व्यक्तिगत साक्षात्कार के अलावा पीस टू कैमरा यानि कैमरे के सामने 25-30 सेकेंड बोलना होता है.

साक्षात्कार के समय आपको कई तरह के सवालों का सामना कर पड़ सकता है. मान लीजिये, आपसे पूछा जाए कि आप कौन सा अखबार पढ़ते हैं और आपने जवाब दिया कि मैं फलां-फलां अखबार पढ़ता हूँ. मानिए कि आपने कहा कि मैं इंडियन एक्सप्रेस पढ़ता हूँ. तो आपको इंडियन एक्सप्रेस के बारे में सब कुछ पता होना चाहिए. जैसे इंडियन एक्सप्रेस के संपादक कौन हैं? आपको इंडियन एक्सप्रेस ही क्यों पसंद है? क्या टाइम्स ऑफ इंडिया, दैनिक जागरण, द हिन्दू अच्छा नहीं लगता? नहीं तो क्यों? मतलब ये है कि आपको जो पसंद है, उसके बारे में ठीक-ठाक जानकारी होनी चाहिए, वजह होनी चाहिए. ये भी पूछ लेते हैं कि अगर इंडियन एक्सप्रेस पढ़ते हो तो बताओ कि एक्सप्रेस की आज की हेडलाइन क्या है या ये कि संपादकीय पेज पर कौन-कौन से लेख हैं?

सवाल कि आप कहाँ से हैं? आपने कहा कि कानपुर से हूँ. तो आपको कानपुर के उद्योग-धंधे, गंगा में बढ़ते औद्योगिक कचरे, कानपुर की मुख्य समस्याओं, वहां की राजनीति आदि के बारे में बता होना चाहिए.

एक और महत्वपूर्ण बात. इंटरव्यू में आप अपनी बातों से साक्षात्कार को आगे बढ़ाते हैं. आप जैसा बताएँगे, वे वैसे ही सवाल पूछते रहेंगे. यदि आपको किसी सवाल का जवाब नहीं पता या आपको संशय है तो गलत जवाब न दें. कह दीजिये कि मुझे नहीं पता.

आपकी पढ़ाई का बैकग्राउंड क्या है? आप कहाँ से पढ़ कर आए हो? उस कॉलेज और यूनिवर्सिटी का इतिहास क्या है?  ये सब पता होनी चाहिए. आपने जो कोर्स किया है? उसमें जो आपके विषय थे, इनके बारे में पता होना चाहिए. उदाहरण के लिए. अगर आप राजनीति विज्ञान से स्नातक हैं तो आपसे पूछा जा सकता है कि कौन सा विचारक आपको ज्यादा प्रभावित करता है? क्यों करता है? अगर आप सेंट स्टीफेंस से पढ़ कर आए हैं तो आपको पता होना चाहिए कि सेंट स्टेफेंस पहले कश्मीरी गेट इलाके में था और बाद में नॉर्थ कैंपस शिफ्ट हुआ.

साक्षात्कार के समय आपका आत्मविश्वास देखा जाता है. आपसे हाल में घटित घटनाओं के बारे मेँ पूछा जा सकता है. आम चुनाव, नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण में पड़ोसी देशों का आना, बीजेपी में अमित शाह की संभावित ताजपोशी, बिहार में नेतृत्व परिवर्तन, व्यापम घोटाला, साईं विवाद, इराक संकट, चीन से संबंध, फुटबॉल विश्वकप ......... ये लिस्ट बड़ी है. माने मतलब ये है कि आप तमाम महत्वपूर्ण खबरों से वाकिफ रहें. किसी घटना का विश्लेषण करना हो तो उसके दोनों पक्षों को रखें.

अखबार-पत्रिकाएं पढ़िए और टेंशन मुक्त होकर साक्षात्कार देने जाइए.

बहुत-बहुत शुभकामनायें.

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