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Sunday, June 29, 2014

खूब पढ़िए और ईमानदार रहिए

विनम्रता चतुर्वेदी हिन्दी पत्रकारिता विभाग के 2012-13 बैच से हैं. सीएनबीसी आ‌वाज में इंटर्नशिप के बाद एनबीटी, लखनऊ की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा बनीं. फिलहाल एनबीटी, दिल्ली में कॉपी एडिटर.

सबसे पहले लिखित परीक्षा क्वॉलिफाई करने के लिए बधाई. आप देश के सबसे अच्छे शिक्षण संस्थानों में से एक का हिस्सा बनने से बस चंद कदम दूर हैं. ये छोटी सी दूरी बस थोड़ी सी समझदारी से पूरी की जा सकती है. यूं तो किसी भी इंटरव्यू का कोई सेट फॉर्मेट नहीं होता, लेकिन सभी एक-दूसरे से कुछ अलग और कुछ समान होते है.

सबसे पहले बात सामान्य सवालों की जो पूछी ही जाएंगी. हम अक्सर अपने नाम, घर-परिवार और इलाके के बारे में जानते तो बहुत कुछ हैं, लेकिन इस पर इंटरव्यू के लायक तैयारी नहीं करके जाते. ध्यान रखिए, ये सवाल ही एंट्रेंस गेट हैं. अगर इनका जवाब देने में हिचकिचाहट हुई तो आगे के सवालों में कॉन्फिडेंस डोल जाएगा. मसलन, अगर आप उत्तराखंड के किसी गांव के रहने वाले हैं तो आपको वहां की खेती-बाड़ी, जलवायु वगैरह के बारे में भी पता होना चाहिए. इन सवालों का जवाब चाव से दें. हो सकता है आगे के सवाल भी यहीं से उठें. घर के सदस्यों के बारे में भी पूछा जा सकता है. कम से कम शब्दों में अपने पारिवारिक बैकग्राउंड को बताएं.

अब बारी हैं उन सवालों की जिनके लिए आईआईएमसी मशहूर है. सबसे बड़ा प्रश्न, पत्रकारिता क्यों करना चाहते हैं? किसी किताब में इसका जवाब नहीं मिलेगा. आप वही बताइए जो आप महसूस करते हैं. आपकी सोच यथार्थ के करीब होनी चाहिए. ये तो कतई मत कहिएगा कि मैं क्रांतिकारी टाइप कुछ करना चाहता हूं. दुनिया बदलना चाहता हूं. वगैरह वगैरह. इस सवाल के लिए जटिल जवाब देने के बदले छोटा सा प्रभावशाली जवाब दीजिए.

इसके बाद एक संभावित सवाल हो सकता है कि पत्रकारिता में किस फील्ड में जाना चाहते हो? यानी पहले तो ये कि डेस्क पर या फील्ड में. अगर फील्ड में तो किस बीट या क्षेत्र में दिलचस्पी है. हो सकता है आप में से कुछ के पास इसका जवाब न हो, लेकिन अगर है तो इंटरव्यू में बताना न भूलें. अगर डेस्क देखना है तो बिजनेस, स्पोर्टस, एंटरटेनमेंट या जेनरल न्यूज.

हर क्षेत्र में दिलचस्पी है कहने का एक मतलब ये भी निकाला जा सकता है कि किसी में भी दिलचस्पी नहीं है. ये महज शौक है. जमाना स्पेशलाइजेशन का है, इसलिए अपनी पसंदीदा बीट बता दें. अगर स्पोर्ट्स अच्छा लगता है तो बता दें कि भविष्य में स्पोर्ट्स रिपोर्टर बनना चाहते हैं. इससे फायदा ये होगा कि इंटरव्यूअर को आप अपने पाले में ले आएंगे. फिर वो आपसे स्पोर्ट्स के सवाल बरसा देंगे. ध्यान रहे, पसंदीदा फील्ड बताने के बाद आप पीछे नहीं हट सकते इसलिए पसंद जाहिर करने से पहले खुद को नाप-तौल लें. पूरी गहराई से पढ़ कर जाएं. पढ़ने का कोई विकल्प नहीं है.

पूरा का पूरा इंटरव्यू आपकी जागरूकता और जिज्ञासा खंगालेगा. देश-दुनिया, राजनीति, इकोनॉमी, खेल और लोकल खबरों को ध्यान से पढ़ें और घटना-घटनाक्रम याद रखें. ग्रैजुएशन मास कॉम में है तो जर्नलिज्म के बेसिक सवाल भी पूछे जा सकते हैं. किसी अन्य सब्जेक्ट से ग्रैजुएट हैं तो उसकी भी जानकारी होनी चाहिए. हॉबी से जुड़े सवालों के जवाब संक्षिप्त रखें.

इन सबके ऊपर. पूरे इंटरव्यू में सही मात्रा में कॉन्फिडेंस बनाए रखें. आपकी विचारधारा कोई भी हो उसे लॉजिकली जस्टिफाई करें. जवाब ईमानदार होने चाहिए. साक्षात्कारकर्ता को सवाल पूरा करने दें. पहले जवाब दिया तो दिग्गजों को हर्ट होगा ना दोस्त. कोई जवाब नहीं आए तो सॉरी बोलने में देरी न करें. चिल रहिए, बढ़िया सीवी बनाइएं, पूरे इंटरव्यू में कोशिश करिए कि सवाल आपकी दिलचस्पी से जुड़े हों. इंटरव्यूअर को बार-बार अपने पाले में लाइए. वेल ड्रेस होकर इंट्री और बढ़िया स्माइल के साथ थैंक्यू बोलकर एग्जिट. बस फिर क्या है. आईआईएमसी आपको वेलकम करेगा.

शुभकामनाएं.

1 comment:

Unknown said...

Do I need to bring CV of mine?